Connect with us

धारचूला के घटखोला में तटबंध निर्माण कर रहे मजदूरों पर नेपाल की ओर से फिर पथराव

उत्तराखण्ड

धारचूला के घटखोला में तटबंध निर्माण कर रहे मजदूरों पर नेपाल की ओर से फिर पथराव

धारचूला के घटखोला में तटबंध निर्माण कर रहे मजदूरों पर नेपाल की ओर से फिर पथराव किया गया। इस पथराव में डंपर और जेसीबी के शीशे टूट गए। पथराव में डंपर चालक भी मामूली रूप से घायल हो गया। पथराव की घटना से तटबंध निर्माण का काम प्रभावित हुआ। नेपाल की ओर से की गई पथराव की यह 11वीं घटना है। बार-बार हो रहे पथराव की घटना से भारतीय लोगों में जबरदस्त गुस्सा है।धारचूला नगर और आसपास के गांवों की सुरक्षा के लिए भारत काली नदी किनारे तटबंध निर्माण का कार्य कर रहा है। नेपाल की ओर से पथराव कर तटबंध निर्माण के कार्य में बाधा पहुंचाई जा रही है। शुक्रवार की शाम को घटखोला में नेपाल की ओर से फिर पथराव किया गया।

पथराव से काम में लगी जेसीबी और एक डंपर के शीशे टूट गए। जबकि डंपर चालक नेपाल निवासी दनवीर सावंत चोटिल गया। इससे मौके के पर अफरा-तफरी मच गई। काम कर रहे मजदूरों सहित डंपर और जेसीबी आपरेटरों को काम छोड़कर लौटना पड़ा।

यह भी पढ़ें -  राज्य स्थापना दिवस की पूर्व संध्या पर शहीद स्मारक में किया गया दीपोत्सव

इसकी जानकारी मिलते ही स्थानीय लोगों में नाजरागी फैल गई। सभासद प्रेमा कुटियाल और महिराज सिंह गर्ब्याल का कहना है कि भारत और नेपाल के बीच रोटी-बेटी के रिश्ते हैं। कुछ लोग बार-बार इस तरह पत्थरबाजी कर संबंधों को खराब करने का प्रयास कर रहे हैं। इसे बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।

यह भी पढ़ें -  उत्तराखंड- पंचायतों का कार्यकाल समाप्त, प्रशासक होंगे नियुक्त

पूर्व में हुए पथराव में भी घायल हो गया था मजदूर

इससे पूर्व भी नेपाल की ओर से की गई पत्थरबाजी की घटना में एक मजदूर घायल हो गया था। इस घटना के विरोध में भारतीय व्यापारियों ने झूला पुल बंद कराया था। तनाव को देखते हुए दोनों देशों के अधिकारियों ने बैठक कर आपसी समंवय से समस्या का हल निकालने की बात कही थी।

नेपाल के सीडीओ ने भी भारत आकर स्थिति का जायजा लिया था। एक दिन पूर्व बृहस्पतिवार को नेपाल से आए इंजीनियरों ने भी स्थानीय प्रशासन के साथ स्थलीय निरीक्षण किया था। बावजूद इसके नेपाल की ओर से पथराव करने से भारतीयों में नाराजगी है।

यह भी पढ़ें -  भगवान भोले के घर पहुंच कर जब भावुक हुये भगत दा

भाजपा जिला उपाध्यक्ष महेंद्र बुदियाल का कहना है कि नेपाल प्रशासन बार-बार की जा रही पत्थरबाजी की घटना को रोकने में विफल साबित हो रहा है। इससे धारचूला की सुरक्षा के लिए बनाए जा रहे तटबंध का निर्माण कार्य प्रभावित हो रहा है। यदि नेपाल की ओर से अराजकतत्वों की हरकतों पर प्रतिबंध लगाने के साथ ही दंडात्मक कार्रवाई नहीं की गई तो अंतर्राष्ट्रीय झूला पुल को बंद कर दिया जाएगा।

धारचूला की संयुक्त मजिस्ट्रेट देवेश शासनी का कहना है की घटखोला में नेपाल की ओर से पत्थरबाजी करने की सूचना मिली है। इस संबंध में नेपाल के अधिकारियों से बातचीत की जाएगी।

Continue Reading

More in उत्तराखण्ड

Trending News

Follow Facebook Page