Connect with us

अल्मोड़ा सीट से भाजपा के प्रत्याशी अजय टम्टा ने किया नामांकन, 5 सालो में हुए ग्रेजुएट तो चल सम्पति में चार गुना,अचल संपत्ति में दो गुना का हुआ इजाफा

उत्तराखण्ड

अल्मोड़ा सीट से भाजपा के प्रत्याशी अजय टम्टा ने किया नामांकन, 5 सालो में हुए ग्रेजुएट तो चल सम्पति में चार गुना,अचल संपत्ति में दो गुना का हुआ इजाफा

भाजपा प्रत्याशी अजय टम्टा की पांच वर्ष में चल संपत्ति में चार गुना तो अचल संपत्ति दो गुना से ज्यादा बढ़ गई है। वर्ष 2019 में अजय टम्टा ने नामांकन के समय जो शपथ पत्र प्रस्तुत किए उसके अनुसार उनके पास 6,49,744 रुपये की चल संपत्ति थी जो सिर्फ पांच साल में चार गुना बढ़कर 26,58,611 पहुंच गई है। उनकी अचल संपत्ति में भी करीब 50 फीसदी की बढ़ोतरी हुई है। राज्य गठन के बाद अल्मोड़ा संसदीय सीट वर्ष 2009 में पहली बार आरक्षित हुई। कांग्रेस ने प्रदीप टम्टा तो भाजपा ने अजय टम्टा को मैदान में उतारा। कड़े मुकाबले में प्रदीप टम्टा ने अजय टम्टा को हराकर संसद का सफर तय किया। इसके ठीक पांच वर्ष बाद 2014 हुए लोकसभा चुनाव में भाजपा ने फिर से अजय टम्टा पर भरोसा जताते हुए उन्हें मैदान में उतारा, जिस पर वह खरे उतरे और अपने पुराने प्रतिद्वंद्वी को हरा दिया।  इसके बाद उन्होंने पीछे मुड़कर नहीं देखा और लगातार दूसरी बार 2019 में भी जीत दर्ज की। इस चुनाव में नामांकन पत्र दाखिल करते समय उन्होंने संपत्ति का ब्योरा भी प्रस्तुत किया। इसके तहत तब उनके पास 6,49,744 और 37,31,375 रुपये कीमत की अचल संपत्ति थी। इस बार के लोकसभा चुनाव में उनकी चल संपत्ति 26,58,611 रुपये है जबकि अचल संपत्ति दो गुना से ज्यादा बढ़कर 75,40,000 रुपये हो गई है। 

अल्मोड़ा संसदीय सीट से चुनाव लड़ रहे भाजपा प्रत्याशी और सांसद अजय टम्टा ने स्नातक कर लिया है। उन्होंने 50वें वर्ष स्वामी विवेकानंद सुभारती विश्वविद्यालय मेरठ, उप्र से बीए पूरा किया। सांसद अजय टम्टा ने कृषि इंटर कॉलेज दोफाड़ से 1993 में इंटरमीडिएट की परीक्षा उत्तीर्ण की। इसके बाद वह सक्रिय राजनीति में उतर गए। 1997 में वह जिला पंचायत उपाध्यक्ष बने, 1999 में जिला पंचायत अध्यक्ष बने।

यह भी पढ़ें -  कैबिनेट द्वारा लिए गए महत्वपूर्ण निर्णय

राज्य बनने के बाद अजय टम्टा ने वर्ष 2002 में निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में सोमेश्वर विधानसभा से चुनाव लड़ा। लेकिन वह हार गए। इसके बाद वह 2007 से भाजपा के टिकट पर सोमेश्वर विधानसभा से चुनाव लड़े और जीते। वर्ष 2009 में उन्हें अल्मोड़ा संसदीय सीट से टिकट दिया गया। लेकिन वह चुनाव हार गए।

यह भी पढ़ें -  प्रभाव आधारित पूर्वानुमान को लेकर मॉडल विकसित करें संस्थान

वर्ष 2012 में अजय टम्टा दोबारा सोमेश्वर विधानसभा से चुनाव जीते। मोदी लहर में वह 2014 व 2019 में लगातार अल्मोड़ा संसदीय सीट से चुनाव जीते। इन सभी चुनावों में शपथ पत्र में भरी गई शैक्षिक योग्यता इंटर ही थी। वर्ष 2019 में पूरे विश्व में कोरोना महामारी फैलनी शुरू हुई। वर्ष 2020 में भारत भी इसकी चपेट में आया।लॉकडाउन के दौरान सांसद अजय टम्टा ने स्नातक की पढ़ाई की और उनकी मेहनत रंग लाई। वर्ष 2023 में उन्होंने बैचलर ऑफ आर्ट से ग्रेजुएशन पूरा करने में सफलता पाई। अब साल 2024 में अजय टम्टा एक बार फिर से चुनावी मैदान में हैं।

Continue Reading

More in उत्तराखण्ड

Trending News

Follow Facebook Page