उत्तराखण्ड
किसके हाथ लगेगी उत्तराखंड में सत्ता की चाबी ? भाजपा,कॉंग्रेस सहित आम लोगों में भी परिणाम को लेकर बेचैनी।
उत्तर प्रदेश में सोमवार को अंतिम चरण का मतदान सम्पन्न होने के बाद, सबकी नजर एक्जिट पोल पर टिकी हुई है। विभिन्न मीडिया माध्यमों और सर्वे एजेंसियों की ओर से किए गए एक्जिट पोल शाम को आएंगे। इससे उत्तराखंड सहित अन्य राज्यों में सियासी हवा का अंदाजा लग सकता है।
भारत निर्वाचन आयोग ने आठ जनवरी को आचार संहिता लागू करने के साथ ही अंतिम चरण का मतदान समाप्त होने तक सभी प्रकार के एक्जिट पोल पर रोक लगा दी थी। यह रोक सोमवार शाम सात बजे यूपी में अंतिम चरण का मतदान समाप्त होने के साथ ही खत्म हो रही है। इस कारण आज शाम को कई मीडिया माध्यमों पर एक्जिट पोल जारी हो सकते हैं।
एक्जिट पोल से प्रदेश में बह रही सियासी हवा का अंदाजा लग सकता है। इस बार उत्तराखंड में चुनावी मुकाबला खासा रोचक होने की उम्मीद है, इस कारण सियासी दल भी एक्जिट पोल के अनुसार अपनी रणनीति को अंतिम रूप दे सकते हैं। इसलिए चुनाव लड़ने वाले प्रत्याशियों के साथ ही सियासी दलों की निगाह भी एक्जिट पोल पर लगी हुई है।
मतगणना की घड़ी करीब आने के साथ ही सट्टा बाजार भी गरम है, सटोरिए अपनी अपनी गणित के अनुसार अलग अलग दलों की जीत से लेकर मुख्यमंत्री के चेहरे पर तक दांव लगा रहे हैं। इसके साथ ही हॉट सीटें खटीमा, लालकुआं, श्रीनगर, लैंसडाउन, टिहरी, गंगोत्री, देवप्रयाग, बाजपुर जैसी सीटों पर अलग से दांव लग रहे हैं। प्रदेश में गुरुवार दस मार्च को सुबह आठ बजे से मतगणना होनी है।
इधर, मतगणना तैयारियों को अंतिम रूप देने के लिए भाजपा आज देहरादून में अहम बैठक करने जा रही है। जिसमें केंद्रीय मंत्री प्रहलाद जोशी कार्यकर्ताओं को मतगणना के टिप्स देंगे। इस बैठक में सभी सांसद, प्रदेश पदाधिकारी, जिलाध्यक्ष और प्रत्याशी शामिल होंगे। उक्त बैठक के साथ भाजपा में सियासी गतिविधियां तेज होने की उम्मीद है।