उत्तराखण्ड
रेलवे में नौकरी दिलवाने के नाम पर फर्जीवाड़ा,अभियुक्त पुलिस गिरफ्त में।
पिथौरागढ़– रेलवे में नौकरी दिलाने के नाम पर फर्जी नियुक्ति पत्र देकर लाखों रुपये की धोखाधड़ी करने वाले अभियुक्त को थाना थल पुलिस ने साइबर/सर्विलांस की मदद से मेरठ (उत्तर प्रदेश) से किया गिरफ्तार। पुलिस का कहना है कि शिकायतकर्ता भूपेन्द्र सिंह मेहता निवासी- सत्याल गाँव थल, द्वारा थाना थल में तहरीर दी गई थी कि कपिल धामा पुत्र शीशपाल सिंह, निवासी- गिरधरपुर निकट पाण्डव पुलिया थाना- खेकड़ा जिला बागपथ, उत्तर प्रदेश व सुधीर मलिक पुत्र नरदेव मलिक, निवासी- खेड़ीपट्टी थाना बावरी जिला सामली उत्तर प्रदेश, द्वारा रेलवे में नौकरी लगाने के नाम पर उन्हें फर्जी नियुक्ति पत्र देकर 16 लाख 30 हजार रुपये की ठगी की गई है । दाखिला तहरीर के आधार पर थाना थल में उपरोक्त अभियुक्तगणों के विरुद्ध धारा- 420/467/468 भादवि0 के अन्तर्गत अभियोग पंजीकृत किया गया था। पुलिस अधीक्ष पिथौरागढ़, लोकेश्वर सिंह ने बताया की थल थानाध्यक्ष हीरा सिंह डांगी के नेतृत्व में पुलिस टीम गठित की गई, जिस पर थाना थल व एस0ओ0जी0 टीम द्वारा साइबर/सर्विलांस सैल की मदद से संयुक्त रुप से कार्यवाही करते हुए अभियुक्तगणों के मिलने के सभी सम्भावित स्थानों पर चैकिंग के दौरान अभियुक्त कपिल धामा को सोहराब गेट बस अड्डा, थाना नौचंदी जिला मेरठ (उत्तर प्रदेश) से गिरफ्तार किया गया,अन्य अभियुक्त सुधीर मलिक उपरोक्त की तलाश जारी है। अभियुक्त कपिल धामा अपनी गिरफ्तारी से बचने के लिए बार-बार अपने ठिकाने बदल रहा था तथा वर्तमान में मेरठ में छिपा हुआ था, जिसे पकड़ने में पुलिस टीम को कड़ी मशक्कत के बाद सफलता हासिल हुई। अभियुक्त को न्यायालय के समक्ष प्रस्तुत किया जा रहा है ।